42 प्रधानाद्यापकों से 16 लाख रूपये वसूलेगी शिक्षा विभाग, मध्यान भोजन की जाँच मे पाई गईं है भारी अनियमितता
स्कूलों में मतदान भोजन खाने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर दिखाना प्रधानाध्यापक को महंगा पड़ेगा शिक्षा विभाग में बनने का मैन एंड कंट्रोल सेंटर पर इस तरह की शिकायत विभिन्न जिलों से आई थी विभाग के निर्देश पर मध्यान भोजन योजना निदेशालय ने इसकी जांच कराई तो कैसे शिकायत है सही पाए गए इसके बाद ऐसे स्कूलों के 42 प्रधानाध्यापकों से कुल 16 लाख से अधिक की राशि की वसूली का निर्णय निदेशालय ने दिया
विभिन्न जिलों के 42 बताना दिया को अध्यापकों पर यह कार्रवाई 13 जून से 31 जुलाई के बीच के मामलों पर की गई है कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में शिकायत आई थी कि स्कूलों में मध्यान भोजन खाने वाले बच्चे काफी कम रहते हैं पर इनकी संख्या को बढ़ाकर रिपोर्ट तैयार की जाती है इसके बाद निदेशालय ने संबंधित जिलों के पदाधिकारी को भेज कर स्कूलों में औचक निरीक्षण कराई शिक्षा विभाग क्या प्रमुख सचिव डॉक्टर सिद्धार्थ ने भी शिकायतों की तरह और दोषियों पर कार्रवाई का निर्देश दिया है
मध्यान भोजन योजना के निदेशक नितेश मिश्रा अभी शिकायतों की जान से संबंधित पर प्रगति की समीक्षा करते हैं कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में कुल 997 शिकायत मध्यान भोजन से संबंधित आए कुछ अन्य मामलों में 27 प्रावधान अध्यापकों पर अनुशासिनी कार्रवाई का निर्णय लिया गया
3 महीने की राशि जोड़कर होगी वसूली
प्रधानाध्यापकों ने बच्चों की वास्तविक संख्या से जितनी अधिक अपनी रिपोर्ट में दिखाई है इस आधार पर भोजपुरी की रास्ते होती है इसमें यह भी देखा जाता है कि पिछले 3 महीने में कितने दिनों तक स्कूल खुले थे इन दोनों को आधार बनाया जाता है