नए सॉफ्टवेयर और एडवांस्ड टेक्नोलॉजी ने बिहार बोर्ड को बनाया नंबर वन
बिहार बोर्ड द्वारा देश में सबसे पहले इंटर का रिजल्ट जारी कर फिर देशभर में रिकॉर्ड बनाया है वोट की ओर से विकसित किए गए नए सॉफ्टवेयर एवं एडवांस टेक्नोलॉजी रिजल्ट तैयार करने में काफी मददगार साबित हुई है इसके अलावा बिहार बोर्ड द्वारा तैयार किए गए मल्टीप्ल कंप्यूटराइज्ड पर पत्रों की स्कैनिंग कराकर डाटा तैयार कराया गया जिससे रिजल्ट के प्रोसेसिंग करने में काफी सुविधा हुई नई कंप्यूटराइज पर पत्रों का डिजाइन बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने खुद की है इसमें बारकोड एवं कोर्ट का भी उपयोग किया गया है
पूरी परीक्षा प्रणाली में वोट ने किया है बदलाव
बोर्ड पूरी परीक्षा प्रणाली में बदलाव किया है वोट की ओर से परीक्षा प्रणाली में मॉडर्न टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा रहा है मॉडल तकनीकी के माध्यम से ही राज्य के 12 लाख 91684 परीक्षार्थियों के 68 लाख कॉपियां 68 लाख हुए मार्कशीट की जांच मात्र 29 दिन में का रिजल्ट जारी कर दी गई
मूल्यांकन केदो पर की गई थी 6 कंप्यूटरों की व्यवस्था
बिहार बोर्ड की ओर से प्रत्येक मूल्यांकन केंद्र पर ही इस वर्ष 6 कंप्यूटर एवं विशेषज्ञों की व्यवस्था की गई थी यहां पर बारकोड कॉपियां के अंकों को सीधे वोट को भेज दी गई जिससे रिजल्ट के प्रोसेसिंग करने में काफी सुविधा हुई बिहार बोर्ड की आईटी टीम ने नए सॉफ्टवेयर विकसित किया है बिहार बोर्ड की ओर से इंटर की परीक्षा समाप्त होने के बाद 24 फरवरी से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन प्रारंभ कर दिया गया था गोपियों की जांच पर बिहार बोर्ड की विशेष नजर थी किसी तरह रिजल्ट में विलंब ना हो इसके लिए वोट अध्यक्ष स्वयं रिपोर्ट ले रहे थे
100% विकल्प बना और बेहतर अंक का माध्यम
बिहार बोर्ड की ओर से सभी विषयों के प्रश्नों को 100% विकल्प दिया गया था इससे परीक्षार्थियों के अंकों में काफी सुधार हुआ है यही कारण रहा कि पिछले 6 वर्षों की तुलना में इस बार रिजल्ट में काफी सुधार हुआ है इस वर्ष इंटर में 87.31% विद्यार्थियों ने सफलता हासिल की है जबकि पिछले वर्ष 83.73 प्रतिशत छात्र ही सफल घोषित किए गए थे
विद्यार्थी के लिए यूनिक आईडी
बिहार बोर्ड ने हर विद्यार्थी के लिए एक यूनिक आईडी जारी किया था इससे परीक्षार्थियों की पहचान में काफी आसानी हो गई बोर्ड की ओर से फोटो युक्त फ्री प्रिंटेड उत्तर पुस्तिका एवं ओएमआर सीट उपलब्ध कराई गई थी प्रश्न पत्र 10 सीटों में तैयार किया गया था बोर्ड द्वारा सदाचार मुक्त परीक्षा के लिए जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई गई थी