इंटरमीडिएट में सरकारी स्कूलों की सिम नहीं बढ़ेगी शिक्षा विभाग ने किया ऐलान
इस बार इंटर में सरकारी विद्यालयों में सीट नहीं बढ़ाई जाएगी इंटर में करीब 17 लाख सिम हैं मैट्रिक परीक्षा में सफलता प्राप्त करने वाले छात्रों की संख्या 13 लाख 80 हजार है ।
वही मैट्रिक की परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के बाद लगभग 5 से 7% अच्छा छात्र है ड्रॉप आउट कर जाती है वहीं इसमें कई छात्र मेडिकल इंजीनियरिंग इंटीग्रेटेड लोग सहित कई परीक्षाओं की बेहतर तैयारी के लिए दूसरे राज्यों में नामांकन करने चले जाते हैं ।
हालांकि दूसरे वोट के छात्राओं में भी इंटर में नामांकन बिहार बोर्ड में लेते हैं लेकिन इसके बावजूद इसकी जितनी सिम हैं उतनी सिम भी नहीं बढ़ेगी हालांकि पहले जिन विद्यालयों में नामांकन नहीं होता था इस बार उन विद्यालय में भी नामांकन होने की उम्मीद जताई जा रही है ।
ग्रामीण इलाकों के विद्यालयों में शिक्षक के आने से 60% नामांकन होने की उम्मीद है वहीं हजारों छात्र छात्राएं ऐसे भी हैं जो सरकारी विद्यालय में नामांकन तो कर लेते हैं पर मेडिकल वह इंजीनियरिंग की तैयारी के नाम पर क्लास नियमित तौर पर नहीं कर पाते हैं शिक्षा विभाग के आदेश के बाद इस वर्ष राज्य के विश्वविद्यालय में इंटर की पढ़ाई नहीं होगी इन विश्वविद्यालय में करीब 5 लाख सीटों पर नामांकन होता था
उच्च माध्यमिक में सभी विषयों के शिक्षक नहीं है
अब तक सभी उच्च माध्यमिक स्कूलों में सभी विषयों के शिक्षक नहीं मिले हैं कई ग्रामीण विद्यालयों में कॉमर्स के शिक्षक नहीं मिले हैं विज्ञान के शिक्षकों की नियुक्ति पर्याप्त संख्या के अनुसार नहीं हुई है वहीं तीसरे चरण की शिक्षक नीति प्रक्रिया पर भी पेपर लीक की वजह से खटाई में पड़ गई है
इंटर विज्ञान में अधिक दाखिला लेते हैं विद्यार्थी
बिहार के छात्र रहे ज्यादा इंटर विज्ञान में ही दाखिला लेते हैं कैसे विद्यालय जहां प्रयोगशाला तक नहीं है वहीं कई उत्क्रमित विद्यालय में एक से दो कमरा है वही विज्ञान विषय के अच्छे छात्रों और अभिभावकों को नामांकन के लिए सूचना होगा वही इंटर आर्ट्स में नामांकन भी काफी संख्या में होती है