व्यावसायिक कौशल के लिए प्रशिक्षित होंगे छात्र नीतीश कुमार ने तैयार की मास्टर प्लान
स्कूलों में अब तक बच्चों को उनके पाठ्यक्रम और उससे जुड़े प्रयोग पर अधिक ध्यान दिया जाता था लेकिन अब स्कूलों में बच्चों में व्यावसायिक कौशल विकसित करने और उनमें स्कूल स्तर से उधमशीलता को बढ़ावा देने के लिए ही कार्य किया जाएगा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई में संवाददाता प्राप्त सभी स्कूलों में कंपोजिट इसकी लैब खोलने का आदेश जारी किया है
राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा स्कूली शिक्षा के लिए विशेष रूप से कौशल शिक्षा को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है इसके तहत छठी से 12वीं कक्षा तक के छात्रों को पारंपरिक शैक्षिक विषयों के साथ-साथ व्यवहारिक कौशल विकसित करने के उद्देश्य से यह सभी स्कूलों में खोला जाना अनिवार्य किया गया है इन लैब में बच्चों को वोकेशनल ट्रेनिंग भी दी जाएगी बच्चों को वोकेशनल ट्रेनिंग देने के लिए लैब को मशीन से लैस किया जाएगा बच्चों को उद्योगों की जरूरत के साथ विभिन्न व्यवस्थाओं में छात्रों के लिए रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने पर कार्य किया जाएगा शशि निकाय ने समीक्षा में पाया कि कई स्कूलों में वर्तमान में आवश्यक सुविधाओं और उपकरणों का अभाव है जिसके बाद 139 में बैठक में इस पर निर्णय लिया गया
कंपोजिट इसकी लेफ्ट खोलने के यह होंगे फायदे विभिन्न क्षेत्र में अपने अंदर की प्रतिभा की पहचान कर सकेंगे बच्चे व्यवसाय और उद्गम सीता की भावना को मिलेगा बढ़ावा बच्चों में व्यावहारिक कौशल विकसित होगा पारंपरिक विकल्पों के अलावा रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे