पूरे देश में अगले साल से होगी जनगणना की शुरुआत कई चरणों में होंगे जनगणना के काम
देश में अगले साल से जनगणना की शुरुआत हो सकती है यह जनगणना 2025 से शुरू होकर 2026 तक चलेगी हालांकि अभी आधिकारिक रूप से कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया है
जातीय जनगणना को लेकर भी अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है एक सुझाव जनगणना के दौरान लोगों के संप्रदाय की जानकारी हासिल करना भी है इसी प्रक्रिया में शामिल करने पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है धर्म विशेष में कौन किस संप्रदाय का है यह जानकारी भी इस जनगणना में दी जाएगी
सूत्रों ने बताया कि कई बिंदुओं को तय करने के बाद जनगणना का आधिकारिक कार्यक्रम घोषित होगा फिलहाल मोटे तौर पर यही माना जा रहा है कि अगले वर्ष इसकी शुरुआत हो जाएगी जनगणना पूरी होने के बाद लोकसभा सीटों का परिसीमन शुरू होगा परिसीमन का कार्यक्रम 2026 से 2018 तक चलेगा यानी की 2019 का लोकसभा चुनाव नए परिसीमन के आधार पर होगा भारत में 2021 में जनगणना होनी थी लेकिन कोविद-19 के कारण इसमें काफी देरी हो गई
जनगणना का चक्र बदल जाएगा
केंद्र सरकार के उच्च सदस्य सूत्रों के अनुसार अगली जनगणना के आखिरी 2026 में उपलब्ध होंगे जनगणना के दाता रिकॉर्ड की प्रक्रिया 2025 में शुरू हो जाएगी जबकि रिपोर्ट द्वारा 26 में प्रकाशित की जाएगी इसके बाद हर 10 साल में होने वाली जनगणना अगले वर्ष फिर 2035 में आयोजित की जाएगी
संख्या के आधार पर संप्रदायों को दबदबा बढ़ेगा
सरकार ने अभी तक जाति जनगणना का फैसला लिया है नहीं लिया है जिसकी मांग कई विपक्षी दल कर रहे हैं कहां की जनगणना में धर्म और वर्ग को ध्यान में रखा जाता है लेकिन इस बात यह पूछा जा सकता है कि वह किस संप्रदाय को मानते हैं यह भी हुआ तो संप्रदाय का भी अपनी संख्या के आधार पर तब दबाव बढ़ेगा