राजभर के लगभग 40000 टोला सेवकों को भी नई होगी ऑनलाइन हाजिरी 9:00 से 4:30 बजे तक रहना होगा स्कूलों मे
शिक्षकों के बाद सरकारी विद्यालय में टोला सेवक और शिक्षा सेवकों की भूमिका को प्रभावी बनाने को लेकर सरकार व शिक्षा विभाग काफी गंभीर है इसे लेकर अब सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों की तरह थोड़ा सेवकों को भी ऑनलाइन हाजिरी बनानी होगी यह शिक्षकोष के माध्यम से ही ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करानी होगी जिला शिक्षा कार्यालय की ओर से इसकी तैयारी व्यापक पैमाने पर चल रही है
ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने के लिए पोर्टल पर डिटेल अपडेट करने की प्रक्रिया जारी है संभावना है कि इस माह के अंत या नवंबर के पहले हफ्ते तक टोला सेवक और ताल्मी मार्केट भी अपने अनुपस्थित ऑनलाइन दर्ज कर सकेंगे
राजभर में करीब 40000 टोला सेवक शिक्षा सेवक हैं इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि टोला सेवकों की ऑनलाइन हाजिरी बनाने की तैयारी है जोर-जोर से विभाग की प्रक्रिया चल रही है बताया गया कि इससे बच्चों की उपस्थिति में काफी बढ़ोतरी होगी
शिक्षा विभाग से जिले के टोला सेवकों का भेजा गया है डाटा
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नहीं बताया कि संभव है कि नवंबर या इससे पहले ही टोला सेवकों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की जाने लगेगी इसके लिए मुख्यालय कोटोला सेवक व शिक्षा विभाग से डाटा भेज दिया गया है डाटा वेरिफिकेशन के बाद आगे की प्रक्रिया पूरी होगी सारी प्रक्रिया होते ही टोला सेवक भी शिक्षकों की तरह एप्लीकेशन के माध्यम से अपनी बनाएंगे ऑनलाइन उपस्थिति बनाने के लिए उन्हें प्राचार्य के लोगों से जुड़कर 16 सेवकों को अपने मोबाइल से हाजिरी बनानी होगी फिलहाल यह लोग मैन्युअल हाजरी बना रहे हैं इधर नए नियम को लेकर टोला सेवक में उथल पुथल की स्थिति बनी हुई है
टोला सेवकों की बच्चों की शिक्षा में सहयोग करने की है भूमिका
टोला सेवकों या ताल्मी मार्केट की भूमिका बच्चों की शिक्षा में सहयोग करना है बच्चों को स्कूल तक पहुंचना है उन्हें मुख्य धारा के विद्यालय में नामांकन के लिए तैयार करना है महिलाओं को बुनियादी शिक्षा प्रदान करना है वह सामाजिक सुरक्षा एवं कल्याणकारी योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए जागरूकता पैदा करना है यह सभी इनको जिम्मेदारी दी गई है